"मैं राष्ट्रभक्त हूं और आजीवन राष्ट्र की सेवा करता रहूंगा !" ---किरण कुमार पाण्डेय
Book Summary
प्रिय पाठक गण !
नमस्कार
"मानव जीवन में अनेकों ऐसे मोड़ आते हैं जब उसे अनगिनत प्रश्नों का सामना करना पड़ता है ! यह वाकई हैरान करने वाली बात है कि प्रश्न तो अनेक होते हैं और उत्तर एक भी नहीं ! परिस्थितियों में घिरे एक ऐसे इंसान के जीवन का यथार्थ चित्रण करने का भरसक प्रयास किया गया है ! मेरा प्रयास कितना सफल रहा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा !"
धन्यवाद !