Reeta Khare - (01 May 2025)भावावेश में बच्चे कदम उठा लेते हैं। मां बाप को जिंदगी भर घुट घुट कर जीने को छोड़ देते हैं । काश बच्चे हर बात शेयर कर पाते तो यह काश ही ना रहता । मार्मिक अभिव्यक्ति
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आशीष कुमार त्रिवेदी - (01 May 2025)सुंदर अभिव्यक्ति जीवन में कई बार सिर्फ काश रह जाता है। समय पर हम संवाद स्थापित नहीं कर पाते हैं। बाद में पछतावा ही रह जाता है।