संपादक-'आकांक्षा' हिंदी पत्रिका
संपादक-'अनुश्रुति' बुंदेली त्रैमासिक पत्रिका,
अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़,
जिलाध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़,
महामंत्री- श्री वीरेन्द्र केशव साहित्य परिषद्, टीकमगढ़
9पुस्तकें प्रकाशित एवं 16 पुस्तकों का संपादन,138ईबुक्स का संपादन, 450 कवि गोष्ठियों...More
संपादक-'आकांक्षा' हिंदी पत्रिका
संपादक-'अनुश्रुति' बुंदेली त्रैमासिक पत्रिका,
अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़,
जिलाध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़,
महामंत्री- श्री वीरेन्द्र केशव साहित्य परिषद्, टीकमगढ़
9पुस्तकें प्रकाशित एवं 16 पुस्तकों का संपादन,138ईबुक्स का संपादन, 450 कवि गोष्ठियों का संयोजन,
तीन महामहिम राज्यपालों सहित 200 से अधिक सम्मान प्राप्त।
Book Summary
*हिंदी दोहे -चौराहा*
गाँव शहर के मार्ग सब,अपना करें मिलान।
#राना चौराहा बनें , निश्चित इतना जान।।
चलते जाते लोग है,कोई भी हो राह।
पर चौराहा स्वागत करे,देगा सदा पनाह।।
चौराहा विकसित जहाँ,सुंदर बनते मोड़।
लगे मूर्ति भी बीच में,बड़ी जगह कुछ छोड़।।
चौराहा होता जहाँ ,अपनी रखता शान।
नामकरण उसको मिले,जो होता पहचान।।
चौराहा की बात भी,बहुत फैलती दूर।
इसीलिए *राना* कहे,चौराहा है नूर।।
***
*✍️ राजीव नामदेव"राना लिधौरी"*
संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
संपादक-'अनुश्रुति'त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com