संपादक-'आकांक्षा' हिंदी पत्रिका
संपादक-'अनुश्रुति' बुंदेली त्रैमासिक पत्रिका,
अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़,
जिलाध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़,
महामंत्री- श्री वीरेन्द्र केशव साहित्य परिषद्, टीकमगढ़
9पुस्तकें प्रकाशित एवं 16 पुस्तकों का संपादन,138ईबुक्स का संपादन, 450 कवि गोष्ठियों...More
संपादक-'आकांक्षा' हिंदी पत्रिका
संपादक-'अनुश्रुति' बुंदेली त्रैमासिक पत्रिका,
अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़,
जिलाध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़,
महामंत्री- श्री वीरेन्द्र केशव साहित्य परिषद्, टीकमगढ़
9पुस्तकें प्रकाशित एवं 16 पुस्तकों का संपादन,138ईबुक्स का संपादन, 450 कवि गोष्ठियों का संयोजन,
तीन महामहिम राज्यपालों सहित 200 से अधिक सम्मान प्राप्त।
Book Summary
*बुंदेली दोहे - रचैया(रचनाकार)*
सबइ रचैया देख कैं #राना करत प्रणाम।
सबके अपने हैं हुनर,जय बुंदेली धाम।।
बँटे दिनन के बार हैं,सुंदर लिखतइ छंद।
सबइ रचैया भाग लें,मन में भर आनंद।।
बुंदेली है जो पटल,सबइ रचैया जान।
लिखत छंद बेजोड़ है,हौत सबइ कौ मान।।
सबइ रचैया नेह से,पढ़ो सबइ के छंद।
और करौ तारीफ भी,बिखरा मिस्री मंद।।
छपत रचैया हैं सबइ,निकरत जौन किताब।
#राना छापत रात है,जैसौ बनत हिसाब।।
*** दिनांक -14.6.2025
*✍️ राजीव नामदेव"राना लिधौरी"*
संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
संपादक-'अनुश्रुति'त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com