आदमी का खुद का भरोसा उसकी ताकत होता है ।
यह खेल उन्होंने शरू किया था .. तमाशा आप लोगों ने देखा ... खत्म में करूंगा ।
अंधेरे में अगर किसी का साथ हो ना तो अंधेरा कम लगता हैं ।
आपकी आंखे तो खुली रहेगी , पर आप कुछ देख नहीं पाएंगे
आपके कान खुले रहेंगे , पर आप कुछ सुन नहीं पाएंगे
और सबसे बड़ी बात
आप सब कुछ समझ जाओगे और किसीको समझा नहीं पाओगे ।
लोग शोर से जागते है और खामोशी मुझे सोने नहीं देती ।