राज ऋषि शर्मा हिंदी, डोगरी और अंग्रेजी भाषाओं के बहुमुखी प्रतिभाशाली लेखक, पत्रकार और चित्रकार हैं। उन्होंने अब तक विभिन्न विधाओं में 29 पुस्तकें लिखी हैं, जिन्हें पाठकों ने खूब सराहा है। वे मुख्य रूप से हिंदी में लिखते हैं। उनकी कई रचनाएं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और संग्रहों में...More
राज ऋषि शर्मा हिंदी, डोगरी और अंग्रेजी भाषाओं के बहुमुखी प्रतिभाशाली लेखक, पत्रकार और चित्रकार हैं। उन्होंने अब तक विभिन्न विधाओं में 29 पुस्तकें लिखी हैं, जिन्हें पाठकों ने खूब सराहा है। वे मुख्य रूप से हिंदी में लिखते हैं। उनकी कई रचनाएं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और संग्रहों में प्रकाशित हुई हैं और आकाशवाणी पर भी प्रसारित की गई हैं।
1975 में उन्होंने 'महक' और 2022 में 'महकती वाटिका' नामक पत्रिकाओं का संपादन और प्रकाशन किया। 1977 में उन्होंने 'राजर्षि कल्चर क्लब' का भी संचालन किया। वर्तमान में, वे 'महकती वाटिका' नामक काव्य संग्रहों की श्रृंखला का संपादन और प्रकाशन कर रहे हैं।
राज ऋषि शर्मा को 'साहित्यालंकार' और 'साहित्य श्री' जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।
Book Summary
मनोबल की शक्ति व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और समस्याओं का सही सामना करने में सहायता करती है। यह उसकी मानसिक स्थिति और आत्मविश्वास की मात्रा को दर्शाती है। इसके साथ ही उसकी संघर्ष करने की क्षमता और सकारात्मक दृष्टिकोण की ओर संकेत करती है। यह उसको सकारात्मक सोच और सतत प्रयास की ओर भी बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
इस सब के लिए आवश्यक है मनुष्य के मनोबल की शक्ति का विकास। मनोबल की शक्ति के विकास से ही उसे उच्चतम स्तर पर ले जाया जा सकता है और इससे ही हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करने में सफल हो सकते हैं।
मनोबल, हमारे मानसिक स्वास्थ्य और जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विशेष: मानसिक स्थिति, सोचने की क्षमता, आत्म-संयम और समस्याओं के सामना करने की क्षमता में प्रकट होता है। मनोबल की शक्ति हमारे जीवन में सफलता प्राप्त करने और सभी प्रकार की कठिनाइयों का सामना करने के लिए महत्वपूर्ण होती है।