परछाई

Summary

हे भगवान ये क्या कर डाला मैंने ?क्या करूँ भाग जाऊँ कहीं दूर चला जाऊँ जहाँ कोई मुझे जानता न हो कोई सोच भी न सकता हो कि मैं वहाँ जा सकता...More
Short story
અમિષા પ્રણવ શાહ - (27 June 2020) 5
काश सबकी परछाईयां इतनी मजबूत हो, जो प्रायश्चित का रास्ता दिखा सके!

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Publish Date : 26 Jun 2020

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