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गंडासा

गंडासा


अकरम आज़ाद अकरम आज़ाद

Summary

बाहर से आ रही तेज़ तेज़ आवाज़ों को सुनकर मैं अचानक नींद से जागा, बड़े भैयाजी जोर जोर से चिल्ला रहे थे, "कल्लू ओ कल्लू....*गंडासा* लेकर...More
Short story
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लेखक, कवि, शायर, व्यंग्यकार, पत्रकार, आर्टिस्ट

Publish Date : 20 Nov 2024

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