फ़िल्मकार, कहानीकार, सम्पादक l प्रकाशित पुस्तकें : सीढ़ी (उपन्यास), उठो लच्छमीनारायण, कल की कतरन (कहानी संग्रह ), साहित्य और क्रांति (लू -शुन के लेखन पर केंद्रित ), 'अहमद अल -हलो, कहां हो? '(यात्रा संस्मरण ) l अनेक अंतराष्ट्रीय फ़िल्म समारोहों में फ़िल्में प्रदर्शित और सम्मानित l
फ़िल्मकार, कहानीकार, सम्पादक l प्रकाशित पुस्तकें : सीढ़ी (उपन्यास), उठो लच्छमीनारायण, कल की कतरन (कहानी संग्रह ), साहित्य और क्रांति (लू -शुन के लेखन पर केंद्रित ), 'अहमद अल -हलो, कहां हो? '(यात्रा संस्मरण ) l अनेक अंतराष्ट्रीय फ़िल्म समारोहों में फ़िल्में प्रदर्शित और सम्मानित l
Book Summary
भीतर अंगड़ाईयाँ लेकर उठ रही उस काया का पहले-पहल आभास उसे तब हुआ जब उसका शरीर तरह-तरह के इशारे करके उसे कुछ बताने लगा. पहले वह चौंकी, आशंकित हुई, कुछ हैरान हुई लेकिन फिर इस ख्याल को झटक कर वह सहेलियों के साथ उछल-कूद और पढ़ाई में मस्त हो गई. कुछ समय बीतने के बाद उसका शरीर इशारे करने की बजाए फुसफुसाते हुए उससे कुछ कहने लगा. काया को दबे-छिपे कुछ ऐसा बताने लगा जिसके बारे में वह बिलकुल ही अनभिज्ञ थी.