हत्यारा
रश्मि पाठक - (14 June 2021) 5
संवेदनशील विषय को बखूबी निभाया है.

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माया कौल - (05 June 2021) 5

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आनन्द चौहान - (25 May 2021) 5

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Prerna . - (18 May 2021) 5
👌🏻👌🏻

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Prem Sharma - (08 May 2021) 5
बहुत रोचक किस्सा..... सच में भीड़ में कई बार कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो उस भीड़ का हिस्सा बनना नहीं चाहते पर फिर भी शामिल हो जाते है ..... क्योंकि अपने अंदर की इंसानियत को पहचान ही नहीं पाते......

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Publish Date : 08 May 2021

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