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अफवाह

अफवाह


भरत (राज) भरत (राज)

Summary

वाह रे वाह अफवाह, तू भी बड़ी खूब है। सभी की संवेदनाओं को, तार तार कर कुचल देती। कभी नही चुनी थी मैंने, महसूस नही कर सका कभी, तेरे लौटकर...More
Poem Romance Story
नीता भुसारे - (03 June 2025) 5

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अनामिका वाघ - (01 September 2024) 5
बहुत खूब..बेहतरीन..👌👌🌸

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Publish Date : 30 Aug 2024

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