रात के डेढ़ बजे देविका को लगा, जैसे उसके कमरे से बाहर बरामदे में कोई खुसुर फुसुर कर रहा था। क्या घर में चोरी करने की नापाक मंशा लेकर चोर घुस आए थे?
लेकिन कैसे?
घर का मुख्य दरवाजा तो वो सोते समय अंदर से बंद करके सोई थी। और मुख्य दरवाजे के सिवाय ऐसा कोई भी रास्ता नहीं था जिसके जरिए बाहर से अंदर घुसा जा सके।
मुख्य दरवाजे के बंद रहते हुए किसी आदमजात की घर के अंदर आवा-जाही भला कैसे मुमकिन थी?
टॉप फेमस राइटर आनंद चौधरी की जादुई लेखनी से निकला एक विचित्र और रहस्यमयी कहानी।