भाभी

Summary

हम सब तो हँस ज़्यादा रहे थे, मगर वो सर झुकाए निहायत तन्मयता से केक उड़ाने में मसरूफ़ थीं। चटनी लगा-लगाकर भजिए निगल रही थीं। सिके हुए तोसों...More
Other Stories Social stories

Publish Date : 07 Apr 2020

Reading Time :


Free


Reviews : 0

People read : 100

Added to wish list : 0