शिप्रा की लहरे काव्यांजलि नामक पुस्तक नदी की उतार चढ़ाव की भांति ये कविताएं भी जिंदगी की उतार चढ़ाव से गुजरती है।कभी ये प्रेम के भाव में शांत बहती है कभी कभी ये अपनी सीमाओं को लांघ के अत्यंत भयानक उत्पात भी मचाती है lश्रंगार और ओज से ओतप्रोत रचनाए जीवन के लिए उपयोगी ज्ञान भी देती है ।मेरी कविताएं को पढ़ते समय प्रेम की नदी में डुबकी लगाते हुए नदी की भांति जीवन के भी उतार चढ़ाव आप मेरी कविता में देखेंगे।