चूंचूं ने जैसे ही कमरे में कदम रखा वैसे ही सोना के हाथ से उछल पड़ा। उसे बहुत देर बाद स्वतंत्रता मिली थी।
सोना शहर से आई थी। चूंचूं चूहा उसके साथ आया था। चूँकि उसका रंग सफ़ेद था इसलिए वह भूरे चूहे से अलग था। इस कारण सभी उसे हाथ में लेना और छूना चाहते थे। यही वजह थी कि वह बस में सोना से चिपका कर आया था।
बस में वह उछल-कूद नहीं कर सकता था। उसमें बहुत-सी सवारियाँ थी। उसे देख कर पकड़ सकती थी। हो सकता है उसके हाथ पैर खींच-खींच कर देखती।