फुरसत के पलों में कलम का सहारा होता है। कुछ पढ़ता हूँ, कुछ लिखता हूँ। जीवन की सांझ में बस आराम से जीवन बीते, यही प्रभु से विनती है।
Book Summary
कल का अतीत आज पर हावी नहीं होना चाहिए। इन्दु तुमसे झुकने की अपेक्षा रखती है परन्तु खुद समझौते के लिए तैयार नहीं है। तुमने झुकना नहीं है। तुम्हारी आज एक अलग पहचान है, अलग अस्तित्व है, जिसका इन्दु से कोई सरोकार नहीं है। कल इन्दु और तुमने अलग जीना है, जो पिछले बारह वर्षों से हो रहा है। जॉइंट वेंचर के बाद भी तुमने एक अहम भूमिका निभानी है। समझौता क्या तुम हर रोज करोगे? कदापि नहीं। तुम विवाह के बन्धन से मुक्त हो।
कल क्या था, यह मायने नहीं रखता। महत्वपूर्ण है आज हम क्या हैं और क्या काम कर रहे हैं!
वैसे भी अन्तर्मुखी रोमाँटिक होते है। रोमाँस अपने दिल में रखते है। जिससे भी प्रेम करते हैं, दिल खोलकर प्रेम करते हैं। उनका प्रेम सदा के लिए होता है।