कविता सिर्फ नाम ही नहीं रहा है मेरा एक पहचान बनाने के लिए कविता लिखना सीख रहीं हूँ, कहानियां आसपास की घटनाएं देखकर बन जाती हैं।
Book Summary
इस धरती पर भगवान हैं जो हमारे माता-पिता के रूप में हमें मिलें हैं। वो हमारी खुशियों के लिए जीवनभर संघर्ष करते रहते हैं फिर भी कई बार जाने-अंजाने में हम उन्हें तकलीफ़ दे बैठते हैं।
सात रंगों से सजी ऐसी कहानियों का संग्रह है यह पुस्तक जिसमें किसी कहानी में पिता मुख्य किरदार की भूमिका में नजर आएंगे तो किसी में माँ ही पिता की भूमिका निभाती दिखेंगी।
प्रेम स्वाभाविक है जो कभी हमारी नासमझी में कभी- कभी हमें गलत राह तक ले जाती है, जब हम माता पिता का हृदय दुखाते हैं तब भविष्य में खुद पछताते हैं। कुछ इतिहास की कहानियांँ भी इसकी गवाह हैं जिनका अंत बहुत दुखद रहा।
खुद की पहचान के लिए संघर्ष करना अति आवश्यक है तो वहीं दूसरों की सहायता के लिए जब उन्हें हमारी सबसे ज्यादा जरूरत है, अपने कदम पीछे नहीं करने चाहिए।
भगवान ने जिस तरह हर इंसान का रंग-रूप अलग बनाया है,वैसे ही उनका स्वभाव भी अलग होता है जो पाठकों को घुमक्कड़ बाबू में बखूबी दिखेगा।