मन एक ऐसा अद्वितीय पंछी है, ना उसके उड़ने की कोई सीमा है, ना उसके गति पर कोई प्रतिबंध । क्षण भर में असीमित दूरी पार कर सकता है। कोई उसको बांध नहीं सकता ।
मेरा मन भी इससे कोई पृथक नहीं है । न जाने कितने खयाल आते हैं ,जाते हैं। कभी-कभी कोई खयाल बड़े अच्छे लगते हैं। इन्हे साझा करने का मन करता है । इसीलिए मैं अपने मन की सृष्टि को कभी-कभी कविता में परिवर्तित करती हूं ।
यही मेरी मन की आवाज को साझा करने, इस काव्य संग्रह के माध्यम से आप तक पहुंच रही हूं। पड़ोसियों के प्रति हमदर्दी, देश के पड़ोसियों को संदेश ,ये कविताएं आपको रिझाएंगी । माँ के प्रति आपके दिल भी कृतज्ञता से परिपूर्ण होंगे । मां के प्यार का एहसास , मानव जन्म मिला है उस जन्म को सार्थक करना, कुछ महापुरुषों के कार्यों की यादें ताजा करना ; इसी तरह के विविध विचारों से सज्ज यह पुस्तक आपके मन को चेतना से भर देगी ।