साथियों हम सभी जानते हैं कि भारतवर्ष का हर नागरिक यदि अपने घरों में सुरक्षित बैठा हुआ है ,तो सिर्फ हमारे वीर जवानों की सौगात हैं।
सैनिक,जो आँधी-तूफान,बर्फीली घाटियों, हिम शिखरों पर,तपती रेत की तपन सहते हुए भारत की सरहद पर तैनात रहते हैं, उन वीर रक्षकों की बदौलत ही हमारे देश का बाल भी बाँका नही होता।
जब -जब देश पर संकट के बादल छाए,तो इन वीरों ने प्राणों का बलिदान किया,मगर हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को झुकने नहीं दिया, इन्हीं राष्ट्रीय प्रहरियों की वजह से तिरंगा उन्मुक्त लहराता है।
विगत 14 फरवरी 2021 को 'काव्यकुल सस्थान कर अध्यक्ष राजीव पांडे द्वारा काव्य संग्रह 'भारत के 21 परमवीर चक्र विजेताओं ' पर लिखित पुस्तक के विमोचन समारोह में मैने शिरकत की,इस पुस्तक में मेरी भी कविता थी। समारोह में सेना के अधिकारियों द्वारा सम्मान प्राप्त कर एक बहुत ही अलहदा अनुभूति प्राप्त हुई, वीरों की कविताएं पढ़कर मैं पूर्व में ही उनके शौर्य से अभिभूत हो चुकी थी।