मैं कोई लेखिका या कवियित्री नही।इस खूबसूरत दुनिया की खूबसूरत बातें, कुछ किस्से कुछ यादें अपने शब्दों में पिरोने की एक ईमानदार कोशिश करती हूँ....
Book Summary
जब भी आपको लगे कि आपके मन का आँगन इस तकनीकी सदी का आनंद लेते-लेते कृत्रिम होता जा रहा है, सूखता जा रहा है तो नब्बे का यह बक्सा खोलिये और कर दीजिए अपने मन के आंगन में यादों की बौछार… सराबोर कर दीजिए मन के आंगन को नब्बे की फुहार से.. ! और कोशिश कीजिएगा कि इस करिश्माई सदी के मजेदार अनुभव लेते हुए भी हमारे मन में नब्बे की मासूमियत ताजा रहे।
मैंने इस किताब के जरिए एक बार फिर अपना नब्बे आप सभी के साथ जीने की एक ईमानदार कोशिश की है, अपनी यादों को, जज़्बातों को आपके साथ बाँटा है। मैं जानती हूँ ऐसी ही कुछ चमकती यादें, कुछ किस्से कुछ बातें आपके पास भी होंगी, शायद यह सब पढ़ते-पढ़ते आपकी भी वे यादें ताजा हो जाएँ। यदि ऐसा हुआ तो मेरे साथ अपनी उन यादों को ज़रूर बाँटिएगा, मेरी सुनी है कुछ अपनी भी सुनाइयेगा।