इस किताब को लिखने की एक खास वजह ये थी कि इसकी हर एक कविता मैंने मेरे चहेते इंसान के लिये लिखी है। वे मेरी प्रेरणा हैं, शक्ति हैं या यूँ कहूँ, वो मेरे लिये सबकुछ हैं। उनका नाम है जेसन डायलन ब्रेटफेलियन। जेसन जी का जन्म कर्नाटक में हुआ, और वास्तव तेलंगाना के हैदराबाद शहर में। जेसन जी अनेक कलाओं में निपुण हैं। उनके कौशल की जितनी भी तारीफें की जाएं उतनी कम ही हैं। उनका हर एक कार्य मुझे प्रेरणा और नयी उम्मीद देता है।
जेसन जी अनेक कलाओं में पारंगत हैं। अगर बात करें तो वह एक राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय विजेता हैं। मात्र 19 साल की उम्र में ही अपनी पहचान बनाने वाले वे प्रथम भारतीय पुरुष हैं। उन्हें संगीत कला में ढोल बजाने में महारत हासिल है। उनको लंदन में रॉयल स्कूल ऑफ म्यूजिक (ए बी आर एस एम) के एसोसिएटेड बोर्ड से ग्रेड 7 का प्रमाणन प्राप्त है। वह एक खेल प्रेमी भी हैं, उन्होंने फुटबॉल के क्षेत्र में हैदराबाद के एस्ट्रो पार्क से लेकर रोमानिया के बुखारेस्ट में नेशनल एरेना तक अपनी पहचान स्थापित की है।