*#हिंदी_दोहे - #लोहा*
#राना लोहा देखता,और साथ उपयोग।
मजबूती आधार यह,कहते हैं सब लोग।।
रेल कृषि विज्ञान के,#राना सब सामान।
जिनको कहते यंत्र है,लोहा को वरदान।।
चितरंजन में रेल का,होता है निर्माण।
#राना लोहा दे वहाँ,कैसे मेरे प्राण।।
#राना जब निर्माण हो,बनें भवन स्तम्भ।
#मजबूती से देखना,लोहा का भी दम्भ।।
#राना इस संसार में,लोहा का आयाम।
विस्तृत और विशाल है,इसका सब परिणाम।।
*** दिनांक - 25-2-2025
*✍️ - #राजीव_नामदेव "#राना_लिधौरी"*
संपादक "#आकांक्षा" हिंदी पत्रिका
संपादक- '#अनुश्रुति' त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
*#हिंदी_दोहे- - #खजूर*
लम्बे ऊँचे झाड़ के,होते पेड़ खजूर।
#राना मीठे है जहाँ,फल जिसमें भरपूर।।
हैं खजूर सब दल भरे,ताकत में बलवान।
लगते भी स्वादिष्ट है,#राना सुनो सुजान।।
बोली सुनते आम सब,यह है पिंड खजूर।
खाते इसको शूरमा,#राना रंक हूुजूर।।
सर्दी का मौसम रहे,वैद्य कहें सुन वीर।
#राना सुनो खजूर की,गुण जैसी तासीर।।
खाते इसको प्रेम से,#राना रुचिकर स्वाद।
कहते ताकत मिल रही,पहलवान उस्ताद।।
*** दिनांक -11-3-2025
*✍️ - #राजीव_नामदेव "#राना_लिधौरी"*
संपादक "#आकांक्षा" हिंदी पत्रिका
संपादक- '#अनुश्रुति' त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965