• 25 May 2025

    बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -217

    bundeli doha pratiyogita -217

    0 1

    *बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -217*

    दिनांक -24.5.2025


    *प्रदत्त बिषय- अटर (परिश्रम)*


    *संयोजक राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'*


    आयोजक जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़


    *प्राप्त प्रविष्ठियां:-*


    *1*

    मैनत कर खेती करे,वो तो कभउ न रोय।

    फल मीठौ पावै वहीं,गन्ने कौ रस होय।।

    ***

    ✍️ डाॅ.खन्नाप्रसाद अमीन (गुजरात)

    *2*

    चटर पटर घर की अटर ,कर लें खूब किसान।

    खेती भी नौनीं करै,रख कैं मृदु मुस्कान।।

    ***

    -सुभाष सिंघई,जतारा


    *3*(तृतीय पुरस्कार प्राप्त दोहा)


    बाप मताई की अटर,जो लरका कर लेत।

    खुश होकैं रघुनाथ जी,मौं माॅंगौ वर देत।।

    ***

    -आशाराम वर्मा "नादान" पृथ्वीपुर

    *4*

    लगे रहत हैं अटर में,पिया सखी तज चैंन।

    सारे सुख संसार के,हैं ईश्वर की दैंन।।

    ***

    - मूरत सिंह यादव दतिया


    *5*(द्वितीय पुरस्कार प्राप्त दोहा)


    बिना अटर बेकार सब,है गीता को सार।

    धरती से आकाश तक,श्रम को है अधिकार।।

    ***

    -बिंद्रावन राय 'सरल', सागर

    *6*

    भैया आलस छोड़ दो,करौ निरंतर काम।

    अटर करे सें ही मिलै,जीवन में आराम। ।

    ***

    -आशा रिछारिया (निवाड़ी)

    *7*

    बज्जुर की हौवै अटर,खेती करत किसान।

    पोषत सारो जो जगत,बाको करौ निदान।।

    ***

    -श्यामराव धर्मपुरीकर, गंजबासौदा, विदिशा

    *8*


    अटर करी बजरँगबली,खबर सिया की ल्याय।

    प्रेम पगे श्री राम जू,छाती सें चिपकाय।।

    ***

    - डॉ. देवदत्त द्विवेदी बड़ामलहरा

    *9*

    जीवन भर कर खैं अटर,जोरत पूंजी दाम।

    मिटा देत हैं सब कछू,जिनके पूत निकाम।।

    ***

    -तरुणा खरे 'तनु' ,जबलपुर

    *10*

    ऐसी बेजा दांद में ,तन-मन जब अकुलाय।।

    दोहा लिखबे की अटर,की के बस की आय।।

    ***

    -रामगोपाल रैकवार, टीकमगढ़

    *11*

    करौ अटर उर गौसली,भैंस बकरिया गाय।

    दूध लगाकें बेंचियौ,खूबइं पैसा आय।।

    ***

    - वीरेन्द्र चंसौरिया टीकमगढ़

    *12*


    नीत धरम से सब जनें,अटर करौ दिन रात।

    राम ओइ में देत हैं,वेद पुरान बतात।।

    ***

    भगवान सिंह लोधी "अनुरागी',हटा


    *13*(प्रथम पुरस्कार प्राप्त दोहा)


    करै लगन सें जो अटर,कबहुँ न निष्फल होय।

    पा कें अपनें लक्ष्य खाँ,सुख की निंदिया सोय।।

    ***

    - रामानंद पाठक नंद' ,नैगुवां

    *14*

    अटर करेँ हनुमान जूँ,फिकर करें श्री राम ।

    खटर-पटर लछमन करेँ , सिया करें सब काम ।।

    ***

    - प्रमोद मिश्रा बल्देवगढ़

    *15*

    अटर करे में फायदा, आलस में नुकसान।

    जो समझे ई बात खौ, रखै हमेशा ध्यान।।

    ***

    -संजय श्रीवास्तव,मवई, (दिल्ली)


    *16* (द्वितीय पुरस्कार प्राप्त दोहा)


    अटर करों माँ बाप की,जेई चारइ धाम।

    उनकी सेवा में मिलें,हमें कृष्ण उर राम।।

    ***

    एस आर सरल,टीकमगढ़

    ##

    *संयोजक राजीव नामदेव 'राना लिधौरी*'

    आयोजक जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़

    मोबाइल -9893520965

    #######@@@########



    राजीव नामदेव राना लिधौरी


Your Rating
blank-star-rating
Sorry ! No Reviews found!