सबसे पहले मां सरस्वती व प्रभु श्री राम को प्रमाण व उनके चरण कमल चरणों में नतमस्तक।
जिनकी कृपा और आशीर्वाद से ही इस पत्रिका का सफल सम्पादन हो सका। उसके बाद सभी हिंदी साहित्यकारों को प्रमाण, जिन्होंने अपनी सुंदर रचनाओं से इस ई पत्रिका को सुशोभित किया।
श्री राम साहित्य सेवा संस्थान द्वारा प्रकाशित होने वाली इस ई पत्रिका ( ज्येष्ठ मास के मंगलवार) में देश भर के विभिन्न नवोदित, युवा व वरिष्ठ साहित्यकारों की रचनाओं को स्थान दिया गया है।
इस ई पत्रिका को प्रकाशित करने का एकमात्र उद्देश्य हिंदी साहित्य व हिंदी भाषा को बढ़ावा देना है। साथ ही साहित्यकारों की रचनाओं को जन जन तक पहुंचाना है।