हैदराबाद स्थित आर्या झा स्वतंत्र लेखन से जुड़ी हैं। इनकी कई कहानियाँ देश के महत्वपूर्ण पत्रिकाओं गृहशोभा,गृहलक्ष्मी एवं सरिता में प्रकाशित होती रही हैं,कुछ कहानियाँ प्रतिष्ठित पत्रिका 'अहा जिंदगी' में और कुछ लघु कथाएं प्रतिष्ठित पत्रिका 'स्वदेश' में प्रकाशित हुई है। एक उपन्यास...More
हैदराबाद स्थित आर्या झा स्वतंत्र लेखन से जुड़ी हैं। इनकी कई कहानियाँ देश के महत्वपूर्ण पत्रिकाओं गृहशोभा,गृहलक्ष्मी एवं सरिता में प्रकाशित होती रही हैं,कुछ कहानियाँ प्रतिष्ठित पत्रिका 'अहा जिंदगी' में और कुछ लघु कथाएं प्रतिष्ठित पत्रिका 'स्वदेश' में प्रकाशित हुई है। एक उपन्यास 'अपराधिनी' अमेज़न पर उपलब्ध है। एक साझा संकलन 'आनलाइन वुमनियां' इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल हुई है। नारी मन की 21 सर्वश्रेष्ठ कहानियों की एक पुस्तक जो भारत सरकार द्वारा अमृत महोत्सव पर प्रकाशित की गई है,उनमें इनकी कहानी सम्मिलित है। गत वर्ष प्रकाशित कहानी संग्रह "आधा इश्क़" प्रेम के विविध आयामों को दर्शाती कहानियों का संग्रह है,इसने पाठकों के हृदय में अपना स्थान बना लिया है।