निरीह गीत

निरीह गीत


उल्हास ढवळे उल्हास ढवळे

Summary

रात्रि गीत का तात्पर्य उस अनिष्ट की शंका से है जो हमें अपने प्रियजन की अकल्पनीय अनुपस्थितति से होने लगती है। यहाँ नायिका अपने...More
Poem
uday kalgutkar - (23 November 2020) 5

1 0

Lakhpat Singh - (22 November 2020) 5

1 0

Anurag Nadkarni - (22 November 2020) 5
Mast

1 0

Amit Nadkarni - (22 November 2020) 5

1 0

Swanand Talekar - (21 November 2020) 5

1 0

Sumit Desai - (21 November 2020) 5

1 0

Bhim Chhetri - (21 November 2020) 5

1 0

View More

Publish Date : 21 Nov 2020

Reading Time :


Free


Reviews : 11

People read : 126

Added to wish list : 0