ऐसे खेलो होली

ऐसे खेलो होली


वंदना सोलंकी वंदना सोलंकी

Summary

होली पर विशेष
Poem
गीतांजलि धर्मेश पोलाई गीत - (29 May 2025) 5
बिल्कुल सही कहा आपने, ' बुरा न मानो होली है' कहकर सीमाएं न तोड़े। खूब सुंदर रचना 👌👌

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अपनी भावनाओं को शब्द देने का पर्याद करती हूँ।कविता ,खहनी,लेख,लघुकथा ,संस्मरण तथा अनेक विधाओं में लेखन किया है।प्रतिलिपि पर सक्रिय लेखन व पुरुस्कार प्राप्त कर चुकी हूँ।डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी पुरुस्कार मील हैं।कई साझा संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।

Publish Date : 06 Mar 2023

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