मंगल मंगल.. नववर्ष मंगल..

मंगल मंगल.. नववर्ष मंगल..


अतुल अग्रवाल अतुल अग्रवाल

Summary

तू नया है तो दिखा सुबह नई, शाम नई.. वर्ना इन आँखों ने देखे हैं नए साल कई..
Poem
आस्था सिंघल - (01 January 2024) 5
बढ़िया कविता 👍

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डा संगीता अग्रवाल - (01 January 2024) 5
सुंदर संदेश देती नए वर्ष की सुंदर कविता👍👍🌷🌷

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कहते हैं आप कि यहां मैं अपने बारे में कुछ लिखूं, क्या लिखूं, लिख दूं यहां अपनी कुछ बचपन की नादानियां, या कि कुछ अपने जवां दिल की बदमाशियां लिखूं, या गुजिश्ता कुल जिंदगी पे कोई अफसाना हसीं लिखूं, यूं तो जिंदगी में सोज़े ग़म के तराने भी कुछ कम नहीं, बहरहाल समझ नहीं आता मुझे कि अपने बारे में मैं...More

Publish Date : 01 Jan 2024

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