'संघर्ष है तो आप हैं', 'संघर्ष है तो लोग हैं', 'संघर्ष है तो जीवन है' 'संघर्ष के बगैर जीवन कैसा' ? 'संघर्ष के बगैर उन्नति कैसी' ? यदि जीवन में सब...More
"मैं राष्ट्रभक्त हूं और आजीवन राष्ट्र की सेवा करता रहूंगा !" ---किरण कुमार पाण्डेय
Book Summary
'संघर्ष है तो आप हैं', 'संघर्ष है तो लोग हैं', 'संघर्ष है तो जीवन है' 'संघर्ष के बगैर जीवन कैसा' ? 'संघर्ष के बगैर उन्नति कैसी' ? यदि जीवन में सब कुछ आसानी से मिल जाए तो आप योग्य कैसे बनेंगे ?, आप में लक्ष्य प्राप्ति के भाव कैसे उत्पन्न होंगे ?, आपकी तरक्की कैसे होगी ?, आप सफलता का आनंद कैसे लेंगे ? संघर्ष के बगैर किसी स्थान पर विराजमान होने का सीधा सा अर्थ है कि, 'आप केवल और केवल संरक्षक की भूमिका में होंगे जो किसी भी सूरत में ठीक नहीं होगा !'