कल के मैच के विजय की शिल्पकार पूरी भारतीय टीम तो है ही, पर विशेषतः विराट कोहली के साथ हार्दिक पंड्या और रोहित शर्मा थे और द बेस्ट कैच सूर्यकुमार का।मैं खास क्रिकेट नही देखती पर कल फाइनल थी और उसमें इंडिया थी।
हमने बैटिंगली पहले फटाफट आउट हुए तो लास्ट के वर्ल्ड कप की याद आई।पर विराट कोहली ने बाजी इंडिया की तरफ मोड़ ली।ठीक ठाक रन हुए।
हमारी बॉलिंग आई पलड़ा ऊपर नीचे हो रहा था।और लास्ट ओवर और १६ रन ।कुछ भी हो सकता था।हारने का पलड़ा जितने से भारी था।सबकी नजर टिकी हुई थी लास्ट ओवर,हार्दिक पंड्या और इंडियाकी जीत। रोहित शर्मा का हार्दिक पंड्या पर का विश्वास चेहरे से झलक रहा था और वो विश्वास कायम रखूंगा ये हार्दिक की आंखें कह रही थी।
ये साल बहोत कुछ सहाथा हार्दिकने बहोत ताने , बहोत क्रिटिसिजम और पर्सनल लाईफ की उलझने,इन सबसे बाहर निकलनेका इससे अच्छा मौका नहीं था। पूरी लास्ट ओवर इंडियाने सांस रोक रखी थी और आखरी बॉल हार्दिक ने डाला और इंडिया जीत गई।
मुझे कल जो लगा वो मैने लिखा।मैं क्रिकेट की जानकार नहीं हूं पर कभी कभी देखती हूं।और कल क्रिकेट का लुफ्त बाहोत मजेसे उठाया।
Congratulations Team India